Oh Mere WG
कहीं ऐसा न हो पाँव मेरे थर्रा जाए
और तेरी मरमरी बाँहों का सहारा न मिले
अश्क बहते रहे खामोश सियाह रातों में
और तेरी रेशमी आँचल का किनारा न मिले
-साहिर लुधियानवी
और तेरी मरमरी बाँहों का सहारा न मिले
अश्क बहते रहे खामोश सियाह रातों में
और तेरी रेशमी आँचल का किनारा न मिले
-साहिर लुधियानवी
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